अकेला


 मैं था अकेला,                                     Listen to this song...
चल रहा था यूँ ही,
पा सकूँगा तुम्हे,
नहीं था यकीन,

मगर कुछ हुआ,
पूरी हुयी दुआ,
अब ना कोई दूरी,
मेरी बाहों में आ।

दर्द भुला, होश भुला,
याद रखूँ भी क्यूँ ?
तुम हो जब करीब,
मैं क्यूँ ना... जियूँ?

ख्वाब था जो मेरा,
प्यार था जो मेरा,
अब मेरा हो गया,
अब फिकर भी हो क्या?

मैं था अकेला, ...
पा सकूँगा तुम्हें, ...

- कृष्णा पाण्डेय


Copyright 2012. All Rights Reserved.

Comments

Popular posts from this blog

"gnome-screenshot" (No such file or directory)"

कुछ और

यादें