ज़द्दो-ज़हद
कुछ नया करने की ज़द्दो-ज़हद, दिमाग परेशान,
मंजिल बहुत दूर है, आराम की ख्वाहिश क्या करूँ?
चाहत तो है किसी की सुकून भरी बाहों की,
पर इस कामयाबी के जूनून, का क्या करूँ ? -कृष्णा
मंजिल बहुत दूर है, आराम की ख्वाहिश क्या करूँ?
चाहत तो है किसी की सुकून भरी बाहों की,
पर इस कामयाबी के जूनून, का क्या करूँ ? -कृष्णा
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